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कक्षा 12 भौतिक विज्ञान पाठ 6 का प्रश्न उत्तर हिंदी

प्रिय छात्रों कक्षा 12 कक्षा 12 भौतिक विज्ञान पाठ 6 विद्युत चुंबकीय प्रेरण का प्रश्न उत्तर हिंदी महत्वपूर्ण  लघु उत्तरीय प्रश्न उत्तर हिंदी के साथ एक स्थान पर एकत्र किए गए हैं ताकि आप सभी को अपनी 12  बिहार बोर्ड परीक्षा के साथ-साथ यूपी बोर्ड परीक्षा, झारखंड बोर्ड परीक्षा, एमपी बोर्ड परीक्षा ,राजस्थान बोर्ड परीक्षा, और अन्य बोर्ड परीक्षाके लिए तैयार किया जा सके। अधिक सहायता के लिए मेरे नवेंदु क्लासेस यूट्यूब चैनल पर जाएं।
कक्षा 12 भौतिक विज्ञान


 
प्रश्न(1)- लेन्ज़ का विद्युत चुम्बकीय प्रेरण का नियम ऊर्जा के संरक्षण के सिद्धांत का पालन करता है। इस पर चर्चा करें ।
                   बिहार बोर्ड - 2019 
 लेन्ज का नियम ऊर्जा संरक्षण के सिद्धांत का पालन करता है,कैसे ?
उतर-
लेन्ज का नियम

जब किसी चुम्बक के उत्तरी ध्रुव को कुंडली के समीप लाते है तो लेन्ज के नियमानुसार कुंडली के समीप वाले सिरे पर प्रेरित धारा की दिशा anticlockwise होती है जिसके कारण वह सिरा उत्तरी ध्रुव की तरह व्यवहार करता है. अत: वह चुम्बक केउत्तरी ध्रुव  को नजदीक लाने का विरोध करता है। 
                                                फिर इसी प्रकार जब चुम्बक के उत्तरी ध्रुव को कुंडली से दूर ले जाते है तो कुंडली के समीप वाले सिरे पर धारा की दिशा clockwise होती है | जिसके कारण यह दक्षिणी ध्रुव की तरह व्यवहार करता है। और यह उत्तरी ध्रुव को दूर ले जाने का विरोध करता है | 
                                               
लेन्ज का नियम ऊर्जा संरक्षण के सिद्धांत का पालन करता है,कैसे ?

 इसी प्रकार लेन्ज के नियमनुसार चुम्बक के दक्षिणी ध्रुव को कुंडली के समीप 
लाते है अथवा दूर ले जाते है तो धारा की दिशा इस प्रकार होती है की दक्षिणी ध्रुव के नजदीक आने अथवा दूर ले जाने का विरोध करता है।  
             अत: उपरोक्त सभी स्थितियों में चुम्बक के ध्रुव को कुंडली के समीप लाने अथवा दूर ले जाने के लिये इस विरोध के विरुद्ध कार्य करना पड़ता है। और यही कार्य कुंडली में विधुत ऊर्जा के रूप में उत्पन्न होती है। अत: लेन्ज का नियम ऊर्जा संरक्षण के सिधांत का पालन करता है। 
प्रश्न(2)- विद्युत चुम्बकीय प्रेरण संबंधी लेन्ज़ का नियम लिखिए।
बिहार बोर्ड - 2013 ,2016 उत्तर- लेन्ज़ का नियम- विद्युतचुम्बकीय प्रेरण की घटना में प्रेरित धारा की दिशा ऐसी होती है कि वह उस कारण का विरोध करती है जिसके कारण यह उत्पन्न होती है।
लेन्ज़ का नियम

लेन्ज़ का नियम
प्रश्न(3)- अन्योन्य प्रेरण से आप क्या समझते हैं ?
बिहार बोर्ड - 2020 उत्तर- किसी कुण्डली (प्राथमिक कुण्डली) से प्रवाहित होने वाली धारा में परिवर्तन के कारण निकटवर्ती कुण्डली (द्वितीयक कुण्डली) में प्रेरित विद्युत वाहक बल तथा प्रेरित धारा उत्पन्न होने की घटना को अन्योन्य प्रेरण कहते हैं।
अन्योन्य प्रेरण


अन्योन्य प्रेरण

अन्योन्य प्रेरण
प्रश्न(4)- एक आदर्श परिनालिका के स्वप्रेरकत्व का व्यंजक ज्ञात कीजिए।
               बिहार बोर्ड - 2014 
उत्तर- नवेंदु क्लासेज के नोट में पढ़ें 
प्रश्न(5)- भँवर धाराओं से आप क्या समझते हैं?
             बिहार बोर्ड - 2013 
        भँवर धाराएं क्या हैं? इनके दो उपयोग बताइये ।
              बिहार बोर्ड - 2018 
उत्तर- जब किसी धातु की प्लेट से जुड़े फ्लक्स में परिवर्तन होता है तो चालक के पूरे आयतन में प्रेरित धाराएँ उत्पन्न होती है जिन्हें भँवर धाराएं कहते हैं।
 
भँवर धाराएं

भँवर धाराओं का उपयोग-
(i) तेज गति वाली ट्रेनों को ब्रेक लगाने के लिए भँवर धाराओं का उपयोग किया जाता है।
(ii) मेटल डिटेक्टर में भँवर धाराओं का उपयोग किया जाता है।
प्रश्न(6)-  प्रतिरोध बॉक्स में लगी तार की कुंडलियाँ दुहरे तार की बनाई जाती है क्यों ?
उत्तर-प्रतिरोध बॉक्स की कुंडलियाँ एक तार को दुहरा कर बेलनाकार लकड़ी पर लपेट कर बनाई जाती है।  जिससे कुंडली के प्रत्येक फेरा में धारा दो विपरीत दिशाओं में प्रवाहित होती है जिससे कुंडली से सम्बन्धित कुल फलक्स शून्य होता है।जिससे में प्रेरकत्व नहीं होता है बल्कि केवल प्रतिरोध होता है।
प्रतिरोध बॉक्स में लगी तार की कुंडलियाँ दुहरे तार की बनाई जाती है क्यों ?

 
प्रश्न(7)- कभी-कभी बिजली के स्विच को अचानक बंद करने पर बल्ब फ्यूज हो  जाता है क्यों ?
उत्तर- बिजली के स्विच को अचानक बंद करने पर धारा का मान अचानक महत्तम से शून्य हो जाता है।  जिससे फिलामेंट की कुंडली से सम्बन्धित फलक्स के घटने की दर अधिक हो जाती है जिससे प्रेरित उच्च वि.वा.ब.उत्पन्न होता है। फलस्वरूप बल्ब में एक क्षणिक प्रबल धारा प्रवाहित होती है जिसके उस्मीय प्रभाव के कारण बल्ब फ्यूज हो जाता है। 
प्रश्न(8)- व्हीट स्टोन के प्रयोग में पहले बैटरी की कुंजी तब धारामापी की कुंजी दबाई जाती है क्यों ?
उत्तर-यदि संतुलित व्हीट स्टोन ब्रीज के लिए पहले धारामापी की कुंजी तब बैटरी की कुंजी दबाते तो सेतु की विभिन्न भुजाओं में धारा को स्थाई मान प्राप्त करने में कुछ क्षण का समय लगता। जिसके कारण  प्रेरित विद्युत् वाहक बल और प्रेरित धारा की उत्पति हो जाती जिससे क्षण भर के लिए धारामापी में विक्षेप हो जाएगा और जिससे प्रेक्षक को व्हीट स्टोन ब्रीज के संतुलित नहीं होने का भ्रम हो जाएगा।
      यही कारण है कि व्हीट  स्टोन के प्रयोग में पहले बैटरी की कुंजी तब धारामापी की कुंजी दबाई जाती है।  
प्रश्न(9)- विद्युत् चुम्बकीय प्रेरण सम्बन्धी फैराडे का नियम लिखें।  

उत्तर- nawendu classes ke notes me dekhe

 अध्याय 1 विद्युत आवेश एवं क्षेत्र लघु प्रश्न -उत्तर 

अध्याय 2 स्थिरवैद्युत विभव एवं धारिता लघु प्रश्न -उत्तर 

अध्याय 3 वर्तमान विद्युत् धारा लघु प्रश्न -उत्तर  

अध्याय 4 गतिमान आवेश और चुम्कत्व लघु प्रश्न -उत्तर   

अध्याय 5 चुंबकत्व एवं द्रव्य लघु प्रश्न -उत्तर    

अध्याय 7 प्रत्यावर्ती धारा लघु प्रश्न -उत्तर 

अध्याय 8 विद्युत चुंबकीय तरंगें लघु प्रश्न -उत्तर 

अध्याय 9 किरण प्रकाशिकी एवं प्रकाशिक यंत्र लघु प्रश्न -उत्तर 

अध्याय 10 तरंग प्रकाशकी लघु प्रश्न -उत्तर 

अध्याय 11 विकिरण एवं पदार्थ की द्वैत प्रकृति लघु प्रश्न -उत्तर 

अध्याय 12 परमाणु लघु प्रश्न -उत्तर 

अध्याय 13 नाभिक लघु प्रश्न -उत्तर 

अध्याय 14 अर्द्धचालक इलेक्ट्रॉनिकी : पदार्थ,युक्तियाँ तथा सरल परिपथ लघु प्रश्न -उत्तर 

अध्याय 15 संचार व्यवस्था लघु प्रश्न -उत्तर   

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